डिस्ट्रिक जेल में बंद फ्रांस के एक कैदी अलबर्ट पास्कल शाइने ने माचिस की 30 हजार तीलियों से ताज महल का मॉडल बनाया है। यूनिक तरीके से बने इस ताज को वह न्यू ईयर गिफ्ट के रूप में पत्नी को देकर प्यार का इजहार करना चाहता है। जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने इस नायाब तोहफे को सुरक्षित रखने के लिए उसकी बैरक के एक साथी धीरेंद्र पटेल के घर भिजवा दिया है। 3 किग्रा चरस के साथ अरेस्ट हुआ था अलबर्ट...
-फ्रांस का रहने वाला कैदी अलबर्ट पास्कल शाइने 3 किग्रा चरस के साथ साल 2014 के अंत में इंडो-नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर पकड़ा गया।
-उस पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई हुई। वह तब से महराजगंज जेल में बंद है। उसके अरेस्ट होने के बाद से परिजन और पत्नी उससे मिलने नहीं आए। केवल कुछ मित्र आए हैं।
-एचआईवी का पेशेंट है। जमानतदार नहीं मिलने के कारण उसकी रिहाई नहीं हो सकी है।
-इन दिनों उसका एक फ्रांसीसी फ्रेंड उससे मिलने आया हुआ है।
-उस पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई हुई। वह तब से महराजगंज जेल में बंद है। उसके अरेस्ट होने के बाद से परिजन और पत्नी उससे मिलने नहीं आए। केवल कुछ मित्र आए हैं।
-एचआईवी का पेशेंट है। जमानतदार नहीं मिलने के कारण उसकी रिहाई नहीं हो सकी है।
-इन दिनों उसका एक फ्रांसीसी फ्रेंड उससे मिलने आया हुआ है।
ताज बनाने का आइडिया कैसे आया
-जेल में अलबर्ट की बैरक में ही गोरखपुर जिले के किशुनपुर गांव का धीरेंद्र पटेल चरस तस्करी के आरोप में पिछले 2 दिसंबर 2015 से बंद है। साथ ही मनौव्वर नाम का एक बंदी भी वहां है।
-बैरक में भाषाई दिक्कत से अलबर्ट चुपचाप रहता था।
-तन्हाई में वह अपनी कारीगरी को कैनवस पर उतारने लगा। इसे देख बैरक के अन्य बंदी उसके करीब आए गए।
-दोस्ती होने पर संकेतों के माध्यम से उसने अपनी इच्छा जाहिर की।
- इस पर बैरक के साथियों ने अलबर्ट से ताज महल बनाने का प्रस्ताव रखा।
-जेल के अफसरों ने कारीगरी देख उसको हुनर दिखाने का साजो-सामान मुहैया कराया।
-जेल में अलबर्ट की बैरक में ही गोरखपुर जिले के किशुनपुर गांव का धीरेंद्र पटेल चरस तस्करी के आरोप में पिछले 2 दिसंबर 2015 से बंद है। साथ ही मनौव्वर नाम का एक बंदी भी वहां है।
-बैरक में भाषाई दिक्कत से अलबर्ट चुपचाप रहता था।
-तन्हाई में वह अपनी कारीगरी को कैनवस पर उतारने लगा। इसे देख बैरक के अन्य बंदी उसके करीब आए गए।
-दोस्ती होने पर संकेतों के माध्यम से उसने अपनी इच्छा जाहिर की।
- इस पर बैरक के साथियों ने अलबर्ट से ताज महल बनाने का प्रस्ताव रखा।
-जेल के अफसरों ने कारीगरी देख उसको हुनर दिखाने का साजो-सामान मुहैया कराया।
30 हजार तीली और 2 Kg फेविकोल से बनाया ताज
- 30 हजार माचिस की तीली और 2 Kg फेविकोल से अलबर्ट ने धीरेन्द्र, मनौव्वर और बैरक के अन्य साथियों की हेल्प से ताज महल का खूबसूरत मॉडल बना दिया।
- 30 हजार माचिस की तीली और 2 Kg फेविकोल से अलबर्ट ने धीरेन्द्र, मनौव्वर और बैरक के अन्य साथियों की हेल्प से ताज महल का खूबसूरत मॉडल बना दिया।
- उसका कहना है कि जेल में बनाया गया ताज प्यार और सहयोग की निशानी है। वह इसे अपनी पत्नी को नए साल में गिफ्ट करेगा।
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