जींद की बीबीपुर पंचायत ने एक मुहिम आज से शुरू की है जिसमें अब घरों के बाहर पुरूष प्रधान की नेमप्लेट नजर नहीं आएगी बल्कि अब उनकी जगह उनके घरों की बेटियों के नाम से नेमप्लेट लगी होगी.
‘बेटी बचाओ-सेल्फी बनाओ’ प्रतियोगिता के बाद प्रधानमंत्री से वाहवाही लूटने के बाद देश की पहली डिजिटल पंचायत बीबीपुर रविवार से ‘डिजिटल इंडिया: विद लाडो’ अभियान शुरूआत की.
सरपंच सुनील जागलान गांव के 30 घरों के मुख्य द्वार पर बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगाकर इसकी शुरुआत की. बीबीपुर पंचायत के सरपंच ने आज खुद अपने घर की नेम प्लेट हटाकर उसकी जगह अपनी बेटी के नाम की नेम प्लेट लगायी.
इसके तहत बीबीपुर पंचायत के नुमाइंदे जींद के हर घर तक पहुंचेगे. हर घर के मुखिया एवं सदस्य को समझायेंगे कि नारी का सम्मान ही घर की असली शोभा है. इसलिए आप सब अपने घरों के दरवाजों पर अपनी नेम प्लेट की बजाय अपनी बेटी के नाम पर नेम प्लेट लगाए.
बेटियों के नाम के साथ नेम प्लेट के उपर ई-मेल और इसके साथ नेम प्लेट पर ‘डिजिटल इंडिया: विद लाडो’ भी लिखा है. सरपंच का कहना है कि वे चाहते है कि हर घर के बाहर घर के मुखिया का नाम नहीं बल्कि घर की लड़की का नाम हो. इसको लेकर यह मुहिम शुरू की गई है.
उन्होंने कहा कि वह इस मुहिम को हर घर तक लेकर जाऐंगे और उनका पूरा प्रयास होगा कि पहले चरण में बीबीपुर के हर घर के बाहर उनकी बेटी के नाम से नेम प्लेट लगाई जाए. नेम प्लेट लगाने का खर्चा खुद पंचायत वहन करेगी.
सरपंच ने कहा कि बेटी बचाओ-सेल्फी बनाओ प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों से भी अभियान के साथ जुडऩे की अपील की जाएगी.
पंचायत ने गांव में एक कार्यक्रम में गांव की महिलाओं और लड़कियों से मोबाइल से जुडी ऐसी सच्ची घटना लिखकर मांगी गयी, जिस घटना ने उनकी जिंदगी बदल दी हो. पंचायत ने ऐसी तीन महिलाओं को 25, 15 व 10 हजार रूपए इनाम देकर सम्मानित किया गया.
Image Source- India TV
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