Monday, 1 August 2016

कुपवाड़ा शहीद का भाई सेना में जाकर भाई के अधूरे सपने को करेगा पूरा



शहीद बबलू के छोटे भाई सतीश सिंह (21) ने कहा है कि वह भी सेना में भर्ती होना चाहता है. उसने वादा किया है कि वह भाई के अधूरे सपनों को पूरा करना चाहता है. वह इस समय एलएलबी का छात्र है. जनरल चौहान ने एक सवाल के जवाब में बताया कि सेना उनके इस जज़्बे का पूरा-पूरा सम्मान करते हुए इस महान इरादे को पूरा करने के लिए हरसंभव मदद करेगी. यदि उन्हें सेना में भर्ती होने का लक्ष्य पूरा करने के लिए किसी ट्रेनिंग आदि की जरूरत होगी, तो वह भी हासिल कराई जाएगी.



सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि सिपाही बबलू सिंह नौगाम सेक्टर में तैनात थे. यह पोस्ट समुद्र तल से 13,000 फीट की ऊॅंचाई पर बेहद कठिन और दुर्गम इलाके में स्थित है.
नियंत्रण रेखा पर गश्त करते हुए सेना की टुकड़ी ने कुछ आतंकवादियों की उपस्थिति को भांप लिया और तुरंत जवाबी कारवाई की. इसी दौरान सिपाही बबलू सिंह आदि ने अपनी जान की परवाह न करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया. इस कार्यवाही में सिपाही बबलू सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें तुरंत नज़दीकी चिकित्सा पोस्ट ले जाया गया. परंतु वीर सैनिक को शहादत प्राप्त हुई. शहीद सिपाही बबलू सिंह मथुरा के गांव झण्डीपुर के निवासी थे. उनके परिवार में पत्नी रविता देवी, पु़त्र द्रोण व पुत्री गरिमा हैं.

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