Thursday, 30 June 2016

ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट की तर्ज पर दुकानों को 24 घंटे खोलने की स्कीम पर कैबिनेट की मुहर


मोदी सरकार ने बुधवार को कैबिनेट की मीटिंग में मॉडल शॉप्स एंड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट पास कर दिया। अब बैंकों, मॉल्स, मूवी थिएटर्स, रेस्‍त्रां, लोकल मार्केट, दुकानें, शॉपिंग कॉम्‍प्लेक्‍स और वर्कप्लेसेस के 365 दिन-24 घंटे खुले रहने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, वही दुकानें 24 घंटे खुली रह सकेंगी, जो फैक्ट्री एक्ट के तहत नहीं आतीं। 
सरकारी ऑफिस और आरबीआई नियमों के दायरे में नहीं आएंगे। यह मॉडल एक्ट है। इसे पास करने के लिए मोदी सरकार को संसद की मंजूरी की जरूरत नहीं है। ऐसे मॉडल एक्ट कैबिनेट फैसलों के जरिए पास होते हैं और अमल करने के लिए राज्यों को भेज दिए जाते हैं।
लेबर सेक्रेट्री अग्रवाल के मुताबिक, ये एक्ट अब राज्यों के पास जाएगा। उनसे चर्चा के बाद इसके लागू होने की डेट तय होगी। राज्य सरकारों के जरिए ही ये एक्ट लागू कराया जाएगा। इसकी मॉनिटरिंग भी राज्यों का लेबर डिपार्टमेंट करेगा। इस एक्ट के तहत महिलाएं भी नाइट शिफ्ट में काम कर सकेंगी। उन्हें रात के समय कैब सर्विस देना अब जरूरी होगा।

सुषमा स्वराज की एक और उपलब्धि #Salute




छह साल की उम्र में किडनैप किया गया लड़का सोनू गुरुवार को अपने देश वापस आ गया। एक बांग्लादेशी नागरिक ने सोनू के बारे में उसके पेरेंट्स को जानकारी दी थी। उसका डीएनए दिल्ली में मौजूद उसकी मां से मैच हो गया था। दो दिन से वो ढाका के इंडियन हाई कमीशन में था। सुषमा स्वराज ने खुद सोनू को गुरुवार को भारत लाए जाने की जानकारी दी थी। सोनू के पिता ने सुषमा का शुक्रिया अदा किया है।

सुषमा ने लिखा- "हमारी कोशिश रंग लाई। बांग्लादेश ने सोनू को इंडियन अथॉरिटी को सौंप दिया है।"

2010 में किडनैप किए गए सोनू को बांग्लादेश के जसोर में ट्रेस किया गया था।सुषमा स्वराज के ऑर्डर पर इंडियन हाई कमीशन की एक टीम को जसोर भेजा गया था। सोनू वहां एक चाइल्ड केयर होम में रह रहा था।

Tuesday, 28 June 2016

पॉल्यूशन कंट्रोल सेंटर में भी होगा व्हीकल्स का इंश्योरेंस


अब आप किसी भी तरह के व्हीकल्स का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस अपने नजदीक के पॉल्यूशन चेक सेंटर (पीसीसी) से करा सकेंगे। इन्श्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (इरडा) ने इसके लिए अप्रूवल दे दिया है। इसके अलावा इरडा उन एजेंट्स की सेंट्रलाइज लिस्ट भी जारी करेगा, जिनका नाम ब्लैक लिस्ट में डाला गया है|
एजेंट्स की बनेगी सेंट्रलाइस्ड लिस्ट - इरडा अब देश भर में मौजूद इंश्योरेंस एजेंट्स की लिस्ट को तैयार करने जा रहा है। इस लिस्ट में सभी इन्श्योरेंस कंपनियों की तरफ से नियुक्त एजेंट्स की सारी डिटेल्स होंगी।

इसके साथ ब्लैक लिस्टेड एजेंट्स की लिस्ट भी जारी की जाएगी। 
 पिछले साल मार्च में इरडा ने इन्श्योरेंस एजेंट्स को अप्वाइंट करने के बारे में गाइडलाइंस जारी की थी जिनको अब रेग्युलेशन में बदल दिया गया है। 
1 अप्रैल 2015 को जारी इन गाइडलाइंस के मुताबिक, हर इंश्योरेंस कंपनी, एजेंट द्वारा किए गए किसी भी सही और गलत कार्य के जिम्मेदार रहेगी।
 एजेंट की गलती होने पर कंपनी को 1 करोड़ रुपए का जुर्माना देना होगा|

Source- Dainik Bhaskar

Saturday, 25 June 2016

पीएम को लेटर लिख चायवाले ने मांगी 2 लोगों के मर्डर की परमिशन, लगी धारा 107


पीएम को 19 जून को लेटर लिखकर दो लोगों का मर्डर और खुद सुसाइड की अनुमति मांगने वाले राजेंद्र चायवाले पर फूलपुर थाने में धारा 107/116 लगाई गई है। एसओ ने कहा है कि‍ शांति भंग होने के अंदेशा पर ये लागू होगी। वहीं राजेंद्र का कहना है कि‍ उसे कुछ जानकारी नहीं है। 
राजेंद्र यादव फूलपुर के बिंदा गांव का रहने वाला है। करखियांव एग्रो पार्क के पास वह झुग्गी लगाकर चाय बेचता है।  
साल 2001 में एग्रो पार्क के लिए उसकी जमीन, मकान, पोखरा, बांस की कोठी-बगीचा सब कुछ मि‍लाकर करीब 10 बीघा
 जमीन अधिग्रहित कर ली गई थी।  इसके बदले में ग्राम प्रधान ने उसे पार्क के पास दुकान लगाने की जगह दी थी। 
 उससे वादा किया गया था कि जमीन का पट्टा वह राजेंद्र के नाम से कर देगा, जो कि आज तक नहीं हो पाया। इस जमीन पर अब ग्राम समाज के लोग आपत्‍ति‍ कर रहे हैं।  वह 15 साल से पट्टे के लिए भटक रहे हैं और पुलिस-प्रशासन सबसे शिकायत कर चुका है।  राजेंद्र का कहना है कि जन चौपाल में एसडीएम (पिंडरा) सुशील कुमार गौड़ ने उनकी बात नहीं सुनी थी।

कि‍से मारने की पीएम से मांगी थी परमि‍शन
लेटर लिखकर क्षेत्रीय लेखपाल और पूर्व प्रधान की हत्या की परमिशन मांगी है। चाय वाले ने धमकी दी थी कि उसकी मांग को जल्दी पूरा नहीं किया गया तो वह दोनों की हत्या करके सुसाइड कर लेगा।

लेटर लिखने के बाद 
- पीएम को लेटर लिखने का मामला सामने आने के बाद फूलपुर एसओ राजीव सिंह 21 जून को राजेंद्र को साथ लेकर एसडीएम (पिंडरा) सुशील कुमार गौड़ के ऑफिस पहुंचे। 
- एसडीएम ने उनकी बात सुनी और न्याय दिलाने का आश्वासन दिलाया।
- एसडीएम ने कहा कि जांच कराकर जमीन के पट्टे के लिए प्रस्ताव तैयार कराया जाएगा। 
- एसडीएम कार्यालय से बाहर निकले राजेंद्र ने बोला, लगता है मोदी ने उसकी सुन ली और पुलिस-प्रशासन सक्रिय हुआ है। 
- इस मामले में पुलि‍स का कहना है कि‍ उन्‍हें जमीन का मुआवजा मिल चुका है।

Source- Dainik Bhaskar

140 CCTV कैमरे करेंगे ताज महल की बाहरी सुरक्षा



ताज महल की बाहरी सुरक्षा के लिए चप्‍पे–चप्‍पे पर 140 सीसीटीवी कैमरे तैनात कि‍ए जाएंगे। इनके जरि‍ए आसपास 500 मीटर तक नजर रखी जाएगी। ये कैमरे एचडी क्‍वालिटी के होंगे। आगरा पुलिस ने शासन को प्रस्‍ताव भेजा। इस पर अनुमति मिलने के बाद काम शुरू हो गया है। 

- ताज महल की सुरक्षा दो जोन में बंटी है। परिसर के अंदर वाले हिस्‍से को रेड जोन कहा जाता है और बाहर के हिस्‍से को यलो जोन।
- रेड जोन की सुरक्षा की जिम्‍मेदारी सीआईएसएफ के हवाले है जबकि बाहरी हिस्‍से में 500 मीटर तक यलो जोन की जिम्‍मेदारी पुलिस के पास है। यहां पर बैरीकेड लगे हैं।
- यलो जोन में हर व्‍यक्ति की हरकत पर नजर रखने के लिए अब 140 एचडी CCTV कैमरे लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई है।
- क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि इनको लगाए जाने पर काम चल रहा है। ये कैमरे सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं।
- उन्‍होंने बताया कि केबल बिछाने का कार्य किया जा रहा है। उम्मीद है सितम्बर तक एचडी कैमरे लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसका कंट्रोल रूम भी ताज यलो जोन के भीतर ही बनाया जाएगा।
पहले 17 CCTV कैमरे लगे थे
- ताज महल के बाहर पहले 17 CCTV कैमरे लगे हुए थे, लेकिन वे खराब थे।
- पिछले साल जब गणतंत्र दिवस पर जब अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा का यहां आने का प्‍लान बना था, उस वक्‍त कुल 17 में से आठ कैमरे खराब पाए गए थे।
उस दौरान नए कैमरे लगाए गए थे, लेकिन ओबामा के नहीं आने से नए कैमरा हटा लिए गए थे। इसके बाद से यहां कैमरे नहीं हैं।
- ताजगंज थाना से इसका कंट्रोल रूम से मॉनिटर गायब हैं। 
- कुछ महीने पहले (पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ तो आगरा सहित 16 शहरों को आतंकी खतरे को लेकर आईबी ने अलर्ट जारी किया।
- इसके बाद ताजमहल के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाने को लेकर आगरा पुलिस ने शासन को प्रस्‍ताव भेजा। अब इसपर अनुमति मिल गई है।

Source- Dainik Bhaskar

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर की CV


सचिन की साइन वाले इस CV को पोर्टल the ring side view ने जारी किया है। 7 पेज की CV में उन्होंने विनोद कांबली के साथ की गई 664 रन की पार्टनरशिप के अलावा अपने बारे में कई ऐसे डिटेल्स दिए हैं, जिन्हें शायद ही कोई जानता है। 11 साल की उम्र में सेसन क्रिकेट की शुरुआत करने वाले इस दिग्गज ने अपनी पहली सेन्चुरी का जिक्र भी किया है।















Thursday, 23 June 2016

दिल्ली और देश में CNG किट लगे टू-व्हीलर जल्द



पिछले दिनों दिल्ली में ऑड ईवन के दौरान ये बहस ज़ोरों पर थी कि दुपहिया वाहनों पर रोक क्यों नहीं लगाई जा रही जबकि प्रदूषण फैलाने के लिये ये सबसे अधिक ज़िम्मेदार हैं। अब इसे ध्यान में रखते हुए हवा को साफ करने के लिए एक पहल के तहत अब सीएनजी से चलने वाले दुपहिया वाहनों को लाया जा रहा है। दिल्ली में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड प्रयोग के तौर पर इसकी शुरुआत कर रहा है।
अगर, सीएनजी का प्रयोग सफल रहता है तो आने वाले दिनों ये हवा को साफ करने की दिशा में बड़ी पहल होगी। अधिकारियों ने इस वाहन के बारे में ज्यादा बताने से मना कर दिया लेकिन यह दावा किया कि कार की ही तरह यह प्रदूषण कम करेगा और माइलेज ज्यादा मिलने की पूरी संभावना है।


केंद्र सरकार की ओर से आज कई अखबारों में जो विज्ञापन निकाले हैं उनमें दावा किया गया है कि सीएनजी से 75 प्रतिशत कम हाइड्रो कार्बन और 20 प्रतिशत कम कार्बन मोनो ऑक्साइड का उत्सर्जन होगा। इसमें एआरएआई द्वारा स्वीकृत सीएनजी रिट्रोफिटमेंट किट है। इसलिए दू-पहिया वाहन को एआरएआई द्वारा मान्यता मिली हुई है। जानकारी के अनुसार इस सीएनजी स्कूटर को होंडा कंपनी बनाएगी। इस स्कूटर में एक-एक किलो के दो सीएनजी सिलेंडर लगे होंगे। बताया ज रहा है कि एक किलो सीएनजी गैस में यह स्कूटर 120 किलोमीटर का सफर तय करेगा।

आरंभ में यह स्कूटर होंडा कंपनी जांच के लिए डोमिनोज पिज्जा डिलिवर करने वाले लड़कों को मुफ्त में देगी।  करीब 50 स्कूटर जांच के लिए दिए जाएंगे और ये डिलिवरी बॉय हर रोज स्कूटर की परफोरमेंस पर रिपोर्ट देंगे जिसके बाद इसमें जरूरी बदलाव किए जा सकेंगे।

आज हम आपको भारतीय सैनिकों की बहादुरी के कुछ ऐसी वाकये के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में शायद आपने पहले नहीं सुना होगा।


आज हम आपको भारतीय सैनिकों की बहादुरी के कुछ ऐसी वाकये के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में शायद आपने पहले नहीं सुना होगा। ये घटनाएं दिखाती हैं कि भारतीय आर्मी बेहद मुश्किल हालात में भी दुश्मनों का डटकर सामना करती हैं। इतना ही नहीं कई बार ऐसे मौके आए हैं जब अकेले दम पर भारतीय सैनिक दुश्मन के दर्जनों सैनिकों के छक्के छुड़ा चुकी हैं। 

1. हीरो ऑफ कारगिल वॉर
1999 के भारत-पाक वॉर में 18 ग्रेनेडियर्स के इकलौते बचे सैनिक हैं योगेंद्र सिंह यादव। तब 18 ग्रेनेडियर्स को आदेश दिया गया था कि वे टाइगर हिल पर कब्जा करें। लेकिन पहाड़ पर चढ़ाई के दौरान ही पाकिस्तानी सैनिकों ने अटैक कर दिया और योगेंद्र को छोड़कर बाकी सैनिक मारे गए। योगेंद्र के शरीर में खुद 15 बुलेट लगी। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और पाकिस्तानी सैनिकों को जवाब दिया- 'अब तक नहीं मरा, तो अब भी नहीं मरुंगा।' इसके बाद उन्होंने ग्रेनेड से अटैक कर सभी पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया।

2. कंपनी क्वार्टर मास्टर हवलदार अब्दुल हमीद
अब्दुल हमीद को 1965 के भारत-पाक वॉर के हीरो में गिना जाता है। जब पाक आर्मी ने खेमकरन सेक्टर के चीमा विलेज पर पैटन टैंक के साथ अटैक किया था तो हमीद ने बहादुरी से पाकिस्तानी टैंकों को नष्ट कर दिया। लेकिन दो टैंकों पर हमला करने के बाद वे तीसरे पर हमला करने की तैयारी कर ही रहे थे कि उनपर अटैक हुआ और वे शहीद हो गए

News source- Dainik Bhaskar

वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है नाम दुनिया के सबसे विस्तृत मंदिर के रूप में


नई दिल्ली का स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का नाम दुनिया के सबसे विस्तृत मंदिर के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में 2005 में दर्ज हुआ। यह खूबसूरत मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर होने के साथ ही, बहुत ही सुंदर, आकर्षक और आर्किटेक्चर के शानदार उदाहरणों में से एक है।
यह मंदिर 10,000 साल पुरानी भारतीय संस्कृति को बहुत सुंदर तरीके प्रस्तुत करता है। मंदिर में भारतीय शिल्पकला, परंपराओं और प्राचीन मान्यताओं को बहुत ही अच्छे तरीके से दर्शाया गया है इस मंदिर की खासियत यह भी है कि इसमें स्टील, इस्पात या कंक्रीट का इस्तेमाल नहीं किया गया है। यह मंदिर गुलाबी बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर के मिश्रण से बनाया गया है।
स्वामीनारायण अक्षरधाम परिसर का निर्माण कार्य एचडीएच प्रमुख बोचासन के स्वामी महाराज श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) और11,000 कारीगरों और हजारों बीएपीएस स्वयंसेवकों के द्वारा लगभग पांच साल में पूरा किया गया था। इस विशाल मंदिर परिसर का उद्घाटन 6 नवंबर, 2005 को किया गया था|

यहां का म्यूजिकल फाउंटेन भी एक प्रमुख आकर्षण है, इसे जीवन चक्र कहा जाता है। इस संगीतमय फव्वारा शो में मनुष्य जन्म, जीवनकाल और मृत्यु चक्र का उल्लेख किया जाता है| मंदिर परिसर में एक गार्डन है, जिसे गार्डन ऑफ इंडिया कहा जाता है। इस गार्डन में देश के वीर योद्धाओं और देशभक्तों की मूर्तियां लगाई गई हैं। इसके अलावा यहां पर एक कमल के आकार का बगीचा भी है, जो कि बहुत सुंदर और देखने योग्य है।

Wednesday, 22 June 2016

यहां भगवान शिव ने खोली थी तीसरी आंख


उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में भगवान शिव से जुड़ी एक बहुत ही खास जगह है, जिसे कामेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, यह शिवपुराण मे वर्णित वही जगह है जहां भगवान शिव ने भगवान कामदेव को अपने तीसरे नेत्र से जलाकर भस्म कर दिया था। यहां पर आज भी वह आधा जला हुआ आम का पेड़ मौजूद है, जिसके पीछे छिपकर कामदेव ने समाधि मे लीन भोले नाथ को जगाने के लिए पुष्प बाण चलाया था |

भगवान शिव के द्वारा कामदेव को अपने तीसरे नेत्र से भस्म करने की कथा शिवपुराण में पाई जाती है। कथा के अनुसार, भगवान शिव कि पत्नी सती अपने पिता द्वारा आयोजित यज्ञ मे अपने पति भगवान शिव का अपमान सहन नही कर पाती है और यज्ञ वेदी मे कूदकर आत्मदाह कर लेती हैं। जब यह बात भगवान शिव को पता चलती है तो वो अपने तांडव से पूरी सृष्टि मे हाहाकार मचा देते हैं। इससे व्याकुल सारे देवता भगवान शंकर को समझाने पहुंचते हैं। महादेव उनके समझाने से शान्त होकर, परम शान्ति के लिए समाधि मे लिन हो जाते हैं।
इसी बीच महाबली राक्षस तारकासुर अपने तप से ब्रह्मा जी को प्रसन्न करके ऐसा वरदान प्राप्त कर लेता है, जिससे की उसकी मृत्यु केवल शिव पुत्र द्वारा ही हो सकती थी। यह एक तरह से अमरता का वरदान था क्योकि सती के आत्मदाह के बाद भगवान शिव समाधि मे लीन हो चुके थे।
इसी कारण तारकासुर का उत्पात दिनो दिन बढ़ता जाता है और वो स्वर्ग पर अधिकार करने कि चेष्टा करने लगता है। यह बात जब देवताओं को पता चलती है तो वो सब चिंतित हो जाते हैं और भगवान शिव को समाधि से जगाने का निश्चय करते हैं। इसके लिए वो कामदेव को सेनापति बनाकर यह काम कामदेव को सौंपते हैं।
कामदेव भगवान शिव को समाधि से जगाने लिए खुद को आम के पेड़ के पत्तो के पीछे छुपाकर शिवजी पर पुष्प बाण चलाते हैं। पुष्प बाण सीधे भगवान शिव के हृदय मे लगता है, और उनकी समाधि टूट जाती है। अपनी समाधि टूट जाने से भगवान शिव बहुत क्रोधित होते हैं और आम के पेड़ के पत्तो के पिछे खड़े कामदेव को अपने तीसरे नेत्र से जला कर भस्म कर देते हैं।

मान्यता है कि त्रेतायुग में इस जगह पर महर्षि विश्वामित्र के साथ भगवान श्रीराम और लक्ष्मण भी आये थे। इसके अलावा यहां पर दुर्वासा ऋषि ने भी तप किया था। कहते हैं कि इस जगह पर कई महान ऋषियों और संतों ने भी तपस्या की है, जिसके कारण इस जगह का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है।

Source- dainik bhaskar